Thursday, 14 December 2023

BED Vs BTC: 69000 शिक्षक भर्ती से बीएड बाहर होगा या नहीं हो गया क्लियर देखें खबर



BED Vs BTC: बीएड और बीटीसी मामले में लगातार विवाद छिड़ा हुआ है| आपको बता देते हैं कि 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट में भले ही बीएड को प्राथमिक से बाहर कर दिया है लेकिन अभी भी यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है और लगातार विवाद हर एक राज्यों में छिड़ा हुआ है| चाहे बिहार की बात कर ले या फिर उत्तर प्रदेश की बात कर ले अभी हाल ही में बिहार में हाई कोर्ट की तरफ से बीएड अभ्यर्थियों को 22000 शिक्षक भर्ती से बाहर कर दिया गया है| और अब उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट की तरफ से भी काफी बड़ी अपडेट निकल कर आ रही है| इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ की तरफ से राज्य सरकार को सहायक शिक्षक पद पर नियुक्त की शैक्षणिक योग्यता के लिए बीएड के संबंध में एनसीटीई के 4 सितंबर 2023 के पत्र पर जल्द निर्णय लेने का आदेश दिया गया है| NCTE ने सभी राज्य सरकारों को सर्वोच्च न्यायालय के देवेश शर्मा मामले के निर्णय के आलोक में कार्यवाही करने का निर्देश दिया था| न्यायमूर्ति ए आर मसूदी और न्यायमूर्ति ओमप्रकाश शुक्ला की खंडपीठ की तरफ से श्याम बाबू व 312 अन्य की याचिका पर सुनवाई है अब सभी बीएड अभ्यर्थी असमंजस में है कि वह 69000 में रहेंगे या फिर बाहर होंगे!

BED VS BTC Latest News In 69000 Shikshak Bharti

जितने भी बीएड अभ्यर्थी हैं क्या सुप्रीम कोर्ट के दिए गए निर्णय के अनुसार 69000 शिक्षक भर्ती में चयनित बीएड अभ्यर्थियों को प्रभावित कर सकता है या नहीं! जैसे कि आर्टिकल 21 ए भाग 3 जो कि प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए फ्री एंड कंपल्सरी एजुकेशन के साथ क्वालिटी एजुकेशन पर जो देता है| तो ऐसे में क्वालिटी एजुकेशन के साथ किसी भी प्रकार के समझौते से यह इनकार कर रहा है तो ऐसे में बीएड अभ्यर्थियों को पेडागॉजिकल स्किल के तौर पर पढ़ाई नहीं करवाई जाती है| सिर्फ बीटीसी और डीएलएड अभ्यर्थियों को ही पेडागॉजिकल स्किल तौर पर पढ़ाई करवाई जाती है| एनसीटीई ने भी इस बात को स्वीकार किया है अब संपूर्ण ऑर्डर को पढ़ने के बाद कि हमारी प्राथमिकता क्वालिटी एजुकेशन ना होकर बीएड डिग्री धारकों को जॉब प्रोवाइड करने पर है तो ऐसे में बीएड डिग्री धारक बिल्कुल भी प्राइमरी लेवल के लिए योग्य नहीं है सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कहा है|

यूपी 69000 शिक्षक भर्ती B.Ed अभ्यर्थियों पर कोर्ट आर्डर का प्रभाव ( BED VS BTC LATEST NEWS TODAY )

69000 शिक्षक भर्ती पर बीएड अभ्यर्थियों का काफी बड़ा प्रभाव पड़ने जा रहा है| आपको बता देते हैं जब एनसीटीई 28 जून 2018 की अधिसूचना ही सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है| और इसी अधिसूचना के आधार पर बीएड अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश से 69000 शिक्षक भर्ती में सम्मिलित किया गया था| अब सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पेडागॉजिकल स्किल तौर पर बीएड अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग नहीं दी जाती है| अब हाई कोर्ट की तरफ से भी आदेश जारी हो चुका है कि राज्य सरकार NCTE के पत्र का पालन करें जो कि बीएड अभ्यर्थियों को 28 जून 2018 का गजट प्रोटेक्ट करता था| लेकिन अब वह अस्तित्व में ही नहीं रहा तो ऐसे में आप खुद समझिए कि बीएड अर्हता धारी 69000 शिक्षक भर्ती में सुरक्षित है या नही! एनसीटीई का जो 4 सितंबर 2023 को समस्त राज्यों को पत्र जारी हुआ था इसके अनुपालन में कार्रवाई करने का उत्तर प्रदेश सरकार ने इनकार कर दिया है| हालांकि हम सरकार को आदेश दे रहे हैं कि वह 4 सितंबर 2030 के पत्र के आलोक में निर्णय लेते हुए विधि सम्मत कार्रवाई जरूर करें| हाई कोर्ट के द्वारा ऐसा कहा गया है| सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त 2023 को बीएड को पहले से ही प्राथमिक से बाहर कर दिया है|

आज है कोर्ट में अहम सुनवाई ( BED VS BTC TODAY NEWS IN 69000 SHIKSHAK BHARTI )

बीएड बीटीसी मामले में आज भी हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है ध्यान रहे आकाश पटेल बनाम यूनियन ऑफ इंडिया जो कि कोर्ट नंबर एक और सीरियल नंबर 29 पर यह सुनवाई होनी है| यह बात आपको ध्यान होना चाहिए कि सीधा 2018 NCTE के आदेश को सीधा चैलेंज किया जा रहा है और इसी पर सुनवाई होनी है आज बहुत कुछ क्लियर हो जाएगा| 69000 शिक्षक भर्ती में बीएड रहेगा या नहीं रहेगा! लेकिन इतना ध्यान रहे की एनसीटीई की जब अधिसूचना ही सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है और इसी अधिसूचना के माध्यम से बीएड अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती में सम्मिलित हुए थे तो अब कैसे बीएड अभ्यर्थी 690000 शिक्षक भर्ती में रह सकता है यह सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न है!

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